हिन्दी साहित्य
Wednesday, April 26, 2017
जब 'बार्बी' सी 'डॉल' हर बच्चे के पास है
खुद बार्बी बनी घूमती हैं मम्मियाँ यहाँ.
'फ्रिज' से अरमान जम गये हर बच्चे के
थक गयी हैं निगाहें देखते हुये 'टी0वी0'.
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
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