हिन्दी साहित्य
Saturday, September 23, 2017
निभाता है प्रीत......
प्रातः काल में भरता
पूरब की माँग
साँध्य समय
सजाता बिंदी
पश्चिम के माथ
निभाता है प्रीत
सूरज दोनों से ही।
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
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