हिन्दी साहित्य
Saturday, April 25, 2020
‘
रोज
’
कहो या
‘
गुलाब
’
‘
लोटस
’
कहो या
‘
कमल
’
।
रूप, रंग, गंध नहीं बदलते
नाम बदल जाने से।।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment