हिन्दी साहित्य
Thursday, June 29, 2023
किनारे-किनारे चलोगे, तो कैसे पार लगोगे।
पानी है मंजिल तो, बीच धार में नाव चलाओ।।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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