हिन्दी साहित्य
Thursday, October 17, 2024
धूल रोज करता हूँ साफ ह्रदय-पटल से।
चरण-चिह्न अंकित हैं मेरे ह्रदय-पटल पे।।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment