Thursday, May 8, 2025

 

जीवन के रंग दो ही

 

कभी दिन

कभी रात।

कभी धूप

कभी छाँव।

कभी सुख

कभी दुख।

कभी जीत

कभी हार।

जीवन के

रंग दो ही।

       डॉ. मंजूश्री गर्ग



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