Saturday, June 14, 2025


एक तुम्हारे आ जाने से

कितने मौसम बदल गये।

आँखों की बरसात थम गयी

अधरों पे धूप खिल गयी।

प्यार की बयार क्या बही

आँगन खुशबू बिखर गयी।

 

            डॉ. मंजूश्री गर्ग

 

  

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