Tuesday, November 11, 2025


जब लौ प्रभु से लौ लगी है,

मन ठौर ना और कहुँ पाता।

सुबह श्री चरणों में होती

शाम श्री चरणों में होती ।

        डॉ. मंजूश्री गर्ग 

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