Sunday, November 16, 2025

 

हर चीज एक-दूसरे से

घुली-मिली हैं

जड़ें रोशनी में हैं

रोशनी गंध में

गंध विचारों में

विचार स्मृतियों में

स्मृतियाँ रंगों में------

            केदारनाथ सिंह


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