Sunday, August 16, 2015

सावन-गीत


राजा दिल्ली को जाना  जी
कि वहाँ से लाना धनुषपुरी.

रानी हम नहीं जाने जी
कि कैसी तेरी धनुषपुरी
राजा ऊदो-ऊदो डंडिया जी
किनारी चारों ओर लगी.

राजा दिल्ली को जाना जी
कि वहाँ से लाना धनुषपुरी

रानी हम कैसे देखें जी
कि कैसी लागे धनुषपुरी
राजा 'तीजों' को आना जी 
कि वहीं देखो धनुषपुरी

राजा दिल्ली को जाना जी
कि वहाँ से लाना धनुषपुरी

रानी पहन के निकलीं जी
कि अँगना में फिसल पड़ी.
हम नहीं जाने जी 
कि रानी तेरी चाल बुरी
हम नहीं जाने जी
कि राजा तेरी नज़र बुरी.
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