हिन्दी साहित्य
Friday, August 14, 2015
बाबूजी की पुण्य-तिथि पर
15 अगस्त, 2015
तुम हो सूरज
तुम से ही
सब दीप जले
तुम से ही दमके
माँ चंदा सी.
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
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