हिन्दी साहित्य
Friday, April 1, 2016
हाइकु
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
घाघरा
नदी
तिब्बत से निकलीं
गंगा में मिलीं।
चंबल
नदी
विंध्य से निकलीं
यमुना मिलीं।
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