स्पर्श सुख
सभी सांसारिक सुख स्पर्शजन्य ही हैं. कान की झिल्लियों से जो स्पर्श होता है, उसे शब्द कहते हैं और आँख की किरणें जिससे टकराती हैं उसको रूप. जिह्वा से खाद्य पदार्थ स्पर्श करते हैं उसे स्वाद कहते हैं. त्वचा से जो वस्तु स्पर्श करती है वो तो स्पर्श सुख है ही. नासिका से जो वायु स्पर्श करती है उसे सुगन्ध कहते हैं.
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
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