हिन्दी-हिन्दुस्तान
भारत का पर्यायवाची नाम हिन्दुस्तान है और यहाँ का हर व्यक्ति हिन्दुस्तानी है. जो भी भारत की मिट्टी में
रच-बस गया है, उसे अपने को हिन्दुस्तानी कहलाने में गर्व महसूस होना चाहिये, चाहे
वो किसी भी जाति का हो, किसी भी धर्म का अनुयायी हो या कोई भी भाषा बोलने हो, उसकी
सर्वप्रथम पहचान हिन्दुस्तानी की है. उसका सर्वप्रथम धर्म हिन्दुस्तान की रक्षा
करना व सम्मानित हिन्दुस्तान में सम्मान से जीना है.
प्रत्येक व्यक्ति की सर्वप्रथम भाषा हिन्दी होनी चाहिये, जो हिन्दुस्तान की
राष्ट्रभाषा है. हिन्दी भाषा बहुत ही सहज और सरल है और इसमें इतना लचीलापन है कि
अन्य किसी भाषा के शब्द सहज ही इसकी बोलचाल की भाषा में शामिल हो जाते हैं।
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
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