हिन्दी साहित्य
Tuesday, September 13, 2016
हाइकु
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
सुहाने पल
आतिथि बन आये
सदा दो पल।
शांत बहुत
तूफान से पहले
नदी की धारा ।
--------------------------
------------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment