Saturday, December 6, 2025


 पल भर को तुम मुस्कुराये,

छा गया बसंत जीवन में।

खिलने लगे फूल खुशी के, 

महकने सी लगी हवायें,

बहकने लगे कदम मेरे।

                डॉ. मंजूश्री गर्ग

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