Sunday, April 27, 2025


बढ़े चलें, बढ़े चलें।

डॉ. मंजूश्री गर्ग

 

रूकें नहीं, झुकें नहीं,

बढ़े चलें, बढ़े चलें।

प्रगति पथ पे,

निरन्तर चलें।

देश का हो नाम जग में,

काम ऐसा कर चलें।

---------------

 

No comments:

Post a Comment