Wednesday, May 7, 2025

 

एक मिलन आस मन में लिये

         डॉ. मंजूश्री गर्ग


दो दिल, मानों

गंगा के

दो किनारों पे

जलते

दो दिये।

 

एक प्रवाह

एक गति

एक आभा

एक मिलन आस

मन में लिये।


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