हिन्दी साहित्य
Friday, July 15, 2016
गुब्बारे
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
रंग-बिरंगे
प्यारे-प्यारे
मन भावन
गुब्बारे सारे.
लाल
,
गुलाबी
नीले
,
पीले
हरे
,
बैंगनी
कितने सारे.
बच्चों की है
मुस्कान औ
’
खिलौने प्यारे
गुब्बारे सारे.
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