भाषा के नाम पर, जाति के नाम पर बँटती रही है धरा अपनी। रंगों को भी बाँटोगे तो कैसे इंद्रधनुष सजेंगे, कैसे तिरंगा शान से लहरायेगा। भगवा रंग है शौर्य का प्रतीक और हरा रंग हरियाली का। दोनों सजेंगे तभी ध्वज अपना शान से लहरायेगा।
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