हिन्दी साहित्य
Thursday, October 31, 2019
कौन करता है प्यार,
जैसा तुम करते हो,
उम्र ढ़ल जाने के बाद।
किसकी चाहतों में,
होते हैं शामिल,
फूल मुरझाने के बाद।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Wednesday, October 30, 2019
रोड़े बनी हैं
प्रगति-पथ पर
अच्छाईयाँ ही।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Tuesday, October 29, 2019
मन द्वारे पे
खिले खुशी के रंग
सजी रंगोली।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Saturday, October 26, 2019
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
सरयू तीर
अनगिन दीप जले
मनी दीवाली।
1.
झिलमिलायें
दीपक प्रतिबिम्ब
सरयू-जल।
2.
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Wednesday, October 23, 2019
फिर किसी ने की है शरारात
हवाओं में घोल दी है शराब।
भौंरों
की
बात
और है
फूल भी बहक रहे हैं आज।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Tuesday, October 22, 2019
जब भी कोई तन्हाई में मुझसे मिलने आया था
आँखों से आँसू छलक पड़े, दिल जाने क्यों घबराता था।
-देवेन्द्र माँझी
Sunday, October 20, 2019
मेरे मन की बात आपने गजल में कह दी.
सोचते हैं आपसे मिल के क्या कहेंगे हम।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Saturday, October 19, 2019
पलकों की ओट में वो छुपा ले गया मुझे
यानी नजर नजर से बचा ले गया मुझे।
कृष्ण बिहारी नूर
Friday, October 18, 2019
विपत्ति से रक्षण सर्वभूत का,
सहाय होना असहाय जीव का।
उबारना संकट से स्वजाति का,
मनुष्य का सर्व प्रधान धर्म है।
अयोध्या सिंह उपाध्याय
‘
हरिऔध
’
Thursday, October 17, 2019
सुबह सुहानी धूप है रात मधुर है चाँदनी
प्रिय मुस्कान तुम्हारी है जीवन दायिनी।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Monday, October 14, 2019
बात जो दिल ने कही है अब उसे तुम बोल दो
फूल से नाजुक लबों को अब जरा तुम खोल दो।
जिन्दगी अब तक हमारी रंग रहित है नीर सी
प्यार का रंग प्यार से इसमें सदा को घोल दो।
नित्यानंद तुषार
Sunday, October 13, 2019
बैठकर मुस्का रही हो तुम
सच बहुत ही भा रही हो तुम।
बाँसुरी विस्मित समर्पित सी
गीत मेरा गा रही हो तुम।
एक अभिनव प्रेम का दर्शन
दृष्टि से समझा रही हो तुम।
डॉ0 रोहिताश्व अस्थाना
Thursday, October 10, 2019
जगमगाते रहें दिये यादों के जीवन में उजाला कम ना होगा।
बनी रहे खुशबू सुनहरे पलों की मन की महक ना कम होगी।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Wednesday, October 9, 2019
फूल सा हल्का हुआ मन
बोलकर तुमसे
आँख भर बरसा घिरा घन
बोलकर तुमसे।
x
x
तुम नहीं थे, खुशी थी
जैसे कहीं खोई
तुम मिले तो ज्यों मिला
खोया सिरा कोई
पा गये जैसे गढ़ा धन
बोलकर तुमसे।
यश मालवीय
Monday, October 7, 2019
अपलक निहारते रहे तुम्हें सारी रात।
तुम ख्बाबों में बेखबर सोये रहे।।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Sunday, October 6, 2019
नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें-
सिद्धिदात्री माँ
नवें दिन आकर
आशीष देतीं।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Saturday, October 5, 2019
नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें-
आठवें दिन
महागौरी रूप में
माँ के दर्शन।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Friday, October 4, 2019
नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें-
सातवें दिन
कालरात्रि रूप में
देवी दर्शन।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Thursday, October 3, 2019
नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें-
कात्यायनी माँ
सिंह पे सवार हो
वर हैं देती।
(छठे दिन)
डॉ. मंजूश्री गर्ग
Wednesday, October 2, 2019
नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें-
पाँचवे दिन
स्कंदमाता रूप में
माँ सुख देतीं।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें-
माँ कुष्माण्डा
सूर्य सी तेजस्विनी
रोग हरतीं।
(चौथे दिन)
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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