Wednesday, May 17, 2023


गजल

डॉ. मंजूश्री गर्ग

 

पल-पल बदलते मौसम का हाल क्या कहिये।

रंग बदलती  दुनिया का हाल क्या कहिये।।

 

फटी  जीन्स  फैशन  है  आजकल का ।

अमीरी-गरीबी  का  हाल क्या कहिये ।।

 

कंक्रीटी-जंगलों   में  रहे  हैं  बदल।

शहरों का अब और हाल क्या कहिये ।।

 

बिन  बोले  ही बहुत बोले हैं नयन।

दिल का अब और हाल क्या कहिये ।।

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