Monday, July 6, 2015

भाषा

भाषा हमारे विचारों की संवाहिका है. जहाँ भाषा का मौखिक रूप हमारे विचारों का श्रोता पर तात्कालिक प्रभाव डालता है, वहीं भाषा का लिखित रूप हमारे विचारों को देशकाल की सीमाओं से अलग कर सार्वदेशिक, सार्वभौमिक, सार्वकालिक बनाते हैं.
                    डॉ0 मंजूश्री गर्ग

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