हिन्दी साहित्य
Wednesday, January 15, 2020
पृथ्वी घूमती सूरज के चारों ओर
चाँद घूमता पृथ्वी के चारों ओर।
होते इसी से दिन-रात जग में
अँधेरी-उजाली रातें होती जग में।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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