Monday, February 8, 2021



झूठे ख्बाब दिखा रहे हो, हमको तुम बहला रहे हो।

गहरे पानी में क्या? कागज की किश्ती चला रहे हो।।


                           डॉ. मंजूश्री गर्ग 

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