Sunday, March 31, 2024


 

सब कुछ कह दूँगी,

राज सारे खोल दूँगी।

लगता नहीं; क्योंकि?

सामने जब तुम होते हो,

कुछ भी कहने की हालत में,

तब हम नहीं होते।


            डॉ. मंजूश्री गर्ग 

No comments:

Post a Comment