Monday, March 15, 2021


फर्ज का एहसास होना चाहिए

कर्म में विश्वास होना चाहिए।

आदमीयत ही ना मिट जाए कहीं

विश्व को आभास होना चाहिए।


                                 बालकृष्ण गर्ग 

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