एक तुम्हारे आ जाने से
कितने मौसम बदल गये।
आँखों की बरसात थम गयी
अधरों पे धूप खिल गयी।
प्यार की बयार क्या बही
आँगन खुशबू बिखर गयी।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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