प्रेम एक दीप है
जो रोशन करता है जीवन।
प्रेम एक नदी है
जो भिगोती है हमें अन्दर तक।
प्रेम खुशबू है
जो महकाती है हमें हर पल।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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