हर रिश्ते को थोड़ी परवरिश चाहिये,
थोड़ी धूप, थोड़ी छाँव चाहिये।
स्नेह का जल, प्यार के छींटे चाहिये,
अपनेपन की थोड़ी हवा चाहिये।।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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