Sunday, February 5, 2023

 

        

हर रिश्ते को थोड़ी परवरिश चाहिये,

थोड़ी धूप, थोड़ी छाँव चाहिये।

स्नेह का जल, प्यार के छींटे चाहिये,

अपनेपन की थोड़ी हवा चाहिये।।

  

               डॉ. मंजूश्री गर्ग

Saturday, February 4, 2023


मिट्टी एक..........

 

मिट्टी एक, रूप अनेक

कभी बन घट, बुझाती प्यास

और कभी मानव बन

स्वयं बनती प्यास।

कभी बन मूर्ति देती वर

और कभी मानव बन

स्वयं बनती याचक।


        डॉ. मंजूश्री गर्ग 

Thursday, February 2, 2023


कभी फूल बन महक जाते हो जीवन में,

कभी बन बारिश सरस जाते हो तुम।

कभी बन धूप खिल जाते हो जीवन में,

कभी यूँ ही ख्वाबों में मुस्का जाते हो तुम।

 

                डॉ. मंजूश्री गर्ग 

Wednesday, February 1, 2023


प्रिया के पाँव

रूनझुन पायल

मोहती मन।


                           डॉ. मंजूश्री गर्ग 

Tuesday, January 31, 2023


कैसा मौसम!

बारिशों के बाद भी

छाया है धुंध।


                            डॉ. मंजूश्री गर्ग 

Monday, January 30, 2023


शामिल हम

तुम्हारी चाहतों में

क्या कम है ये!


                डॉ. मंजूश्री गर्ग 

Sunday, January 29, 2023


माघ महीना

बरसे बादल या

बरसे सोना!

हाँ! माघ के महीने(जनवरी और फरवरी) यदि बारिश होती है तो गेहूँ की फसल बहुत अच्छी होती है, गेहूँ की बालियों में दाना बड़ा हो जाता है. इसीलिये कहते हैं कि माघ महीने में बारिश होने से गेहूँ के खेतों में सोना बरसता है।


                     डॉ. मंजूश्री गर्ग