हिन्दी साहित्य
Thursday, December 29, 2016
हाइकु
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
गुड़ बन के
गन्ने की मिठास
हवा में बही।
गुड़, तिल, घी
गज्जक के समाये
तीनों के गुण।
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