Thursday, September 3, 2020



रख न अभी हथियार लड़ाई लम्बी है

रह चौकस, हुशियार लड़ाई लम्बी है।

निर्णय होना शेष, स्पष्ट हो न सकी

अभी जीत या हार लड़ाई लम्बी है।

अभी कवच मत खोल अभी ही दुश्मन का

हो सकता है वार लड़ाई लम्बी है।

अभी समर है शेष, न हो संघर्ष विरत

रख खुद को तैयार लड़ाई लम्बी है।

वृत्ति जुझारू बनी रहे इस कारण तू

युद्ध-युद्ध उच्चार लड़ाई लम्बी है।

अभी कहाँ विश्राम की उठ निज शस्त्रों की

और तेज कर धार लड़ाई लम्बी हैः

लड़ता है हौसला सिपाही का केवल

शस्त्र नहीं आधार लड़ाई लम्बी है।

योद्धा का संकल्प, शौर्य, उत्सर्ग, अभय

जीता है हर बार लड़ाई लम्बी है।

                         चन्द्रसेन विराट 

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