Thursday, September 7, 2023


अपनों के साथ।

 

 काँटों भरी डाल खुश है,

      फूलों के साथ।

अँधेरी रात खुश है,

      तारों के साथ।

सूनी पहाड़ी खुश है,

      निर्झर के साथ।

भीगी जिंदगी खुश है,

      अपनों के साथ।


            डॉ. मंजूश्री गर्ग

 

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