पौष मास शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथी, 22 जनवरी, 2024
बाल रूप श्री राम की मूरत पुनः प्रतिष्ठित अयोध्या धाम।
बाल रूप श्री राम का, मृदु मुस्कान मुख पे,
नैनन ज्योति अपम्पार, धनुष-वाण सुशोभित कर।
धन्य हुये जन-जन आज, करके दर्शन प्रभु श्री राम का।
घर-घर जली हैं ज्योति, मनाये दीवाली सारा विश्व।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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