Tuesday, February 13, 2024


14 फरवरी, 2024 बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें




शत्-शत् नमन माँ शारदे!

अर्पित तुम्हें मेरी भावाँजलियाँ

मेरी काव्याँजलियाँ।

शब्द-शब्द में स्वर्णिम आभा

भाव-भाव में अमृत रस घोला।

भाव, विभाव, अनुभाव

सब तुम्हारे अनुगामी हैं।

मेरी कृतियाँ अर्पित तुम्हें!

शत्-शत् नमन माँ शारदे!

 

     डॉ. मंजूश्री गर्ग 

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