हिन्दी साहित्य
Wednesday, June 3, 2020
अधर धरत हरि परत, ओठ दीठि पट जोति।
हरित बाँस की बाँसुरी, इन्द्रधनुष रंग होति।।
बिहारी
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment