Saturday, January 8, 2022


बिन कहे बहुत कहा तुमसे।

 

दिल का हाल छुपाया हमने

मौन रहे कुछ भी ना कहा.

महफिल में भी रहे, तो

मुस्कान, गहने सी रहे पहने.

फिर भी, नयनों की उदासी ने

बिन कहे बहुत कहा तुमसे।


               डॉ. मंजूश्री गर्ग 

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