आप सभी को यह सूचित करते हुये हर्ष हो रहा है कि मेरा एक और हाइकु-संग्रह इन्द्रधनुष प्रकाशित हुआ है।
प्रकृति
के रंग, प्रेम के रंग, भक्ति के रंग
मिलकर अनगिन रंग बनाते हैं. जैसे पीला, लाल और
नीला रंग मिलकर अनगिन रंग बनाते हैं. जीवन में प्रकृति, प्रेम और भक्ति मिलकर
भावों के अनेकों रंग सजाते हैं. इन्हीं रंगों के संयोजन से इंद्रधनुष सजते हैं. प्रस्तुत हाइकु-संग्रह ‘इन्द्रधनुष’ में विविध संवेदनाओं के इंद्रधनुषी रंग संजोने का
प्रयास किया है.
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