हिन्दी साहित्य
Monday, August 12, 2019
स्वागत तेरा
पलक पाँवड़ों से
किया हमने।
1.
पग-धूलि से
माँग सजूँ अपनी
चाह में तेरी।
2.
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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