Thursday, February 23, 2023


शेष हैं अभी मधुमास के दिन

प्रिय! प्रीत के, मनुहार के दिन।

आओ! जी भर जी ले इन्हें, बनेंगे

यही सहारा जीवन की धूप में।। 


    डॉ. मंजूश्री गर्ग

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