Wednesday, January 15, 2025


कृष्ण! तुम्हारे प्यार में, कृष्णमय हो गयी मैं।

ढूँढ़ती हूँ खुद को खुद में, पाती हूँ तुमको ही मैं।।


            डॉ. मंजूश्री गर्ग 

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