हिन्दी साहित्य
Sunday, October 29, 2017
हाइकु
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
कृष्ण दीवानी
बिष का प्याला पी
नाची है मीरा.
बिष का प्याला
अमृत बन गया
मीरा के लिये.
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