Wednesday, October 4, 2017


नहीं मालूम.....

तुम में खोये,
या खोये खुद में,
नहीं मालूम।
कब सुबह हुई,
कब शाम,
नहीं मालूम।


           डॉ0 मंजूश्री गर्ग

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