हिन्दी साहित्य
Tuesday, October 31, 2017
हाइकु
डॉ मंजूश्री गर्ग
पुष्प-वाटिका
सीता-राम मिलन
हरषे मन.
शुभ विवाह
वर हैं श्री राम जी
वधू जानकी.
सजी अयोध्या
आज राम घर में
जलाओ दिये.
श्री रामचंद्र
सीता संग धनुष
सदा विराजे.
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