हिन्दी साहित्य
Wednesday, November 1, 2017
हाइकु
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
वेदों की रक्षा
मत्स्य-रूप रख
प्रभु ने की थी.
अखंड पाठ
रामचरित गान
आनंदमय.
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