Friday, June 23, 2023


    रात गुम है

    गम के अँधेरे में।

    उसे मालूम ही नहीं,

    कितने सितारे जड़े हैं,

    उसके आँचल में।


                        डॉ. मंजूश्री गर्ग

 

No comments:

Post a Comment