तुम साथ थे मेरे
तुम साथ हो मेरे
तुम साथ रहोगे हमेशा।
मेरी बातों में तुम
मेरे ख्बाबों में तुम
मेरी यादों में तुम
मेरे गीतों में तुम
मेरी गजलों में तुम
तुम ही तुम हो
जीवन के हर में पल में तुम।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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