Thursday, January 12, 2017

मुस्कान के लिये

ये 'व्हाट्एप' की दुनिया
ये 'फेसबुक' की दुनिया
लंबी कतारें दोस्तें की
पर, मन का जो हाल जान ले
वो दोस्त दिखता कहीं नहीं ।
बिन कहे जो पढ़ ले हाल दिल का
दोस्त एक ही काफी है मुस्कान के लिए।

  डॉ0 मंजूश्री गर्ग

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