हिन्दी साहित्य
Monday, January 23, 2017
दीप से दीप मिले
दीप मालायें सजें।
लहर से लहर मिले
धारायें बहें।
मन से मन मिले
प्रीत पले ।
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
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